tag:blogger.com,1999:blog-3491586719822281103.post5478621828817217052..comments2023-06-10T18:59:34.010+05:30Comments on दीपक भारतदीप की शब्द प्रकाश-पत्रिका: आंतक तुम्हारे दिल में घर नहीं बनायेगा-तीन क्षणिकायेंदीपक भारतदीपhttp://www.blogger.com/profile/06331176241165302969noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-3491586719822281103.post-82905457121115033322008-12-12T20:36:00.000+05:302008-12-12T20:36:00.000+05:30तुम डरो नहीं तोआतंक कहीं नजर नहीं आयेगासमझ लो जब त...तुम डरो नहीं तो<BR/>आतंक कहीं नजर नहीं आयेगा<BR/>समझ लो जब तक तय नहीं है<BR/>तो मौत का दिन नहीं आयेगा<BR/>फिर किसी का आतंक <BR/>तुम्हारे दिल में घर नहीं बनायेगा<BR/>...................................<BR/>तीनो क्षणिका बहतु अच्छी है। बधाईbijnior districthttps://www.blogger.com/profile/02245457778160306799noreply@blogger.com