Friday, March 27, 2015

क्रिकेट पर हास्य कविता-हिन्दी कविता(cricket and comedy poem)




पर्दे पर क्रिकेट मैच
देखते हुए होश संभाला
पता लगा कि
पटकथा लिखकर खेला जाता है।

गेंद बल्ले का द्वंद्व
मन बहलाने के लिये
ठेला जाता है।

कहें दीपक बापू हार जीत से
खेल को जोड़ा जाता है,
कहते हैं सट्टे के दम पर
परिणाम भी मोड़ा जाता है,
हैरान क्यों होते हम
हास्य लिखकर
कभी कभी दर्द झेला जाता है।
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लेखक और कवि-दीपक राज कुकरेजा "भारतदीप"
ग्वालियर, मध्यप्रदेश 
Writer and poet-Deepak Raj Kukreja "Bharatdeep"
Gwalior, Madhya pradesh
कवि, लेखक एवं संपादक-दीपक ‘भारतदीप’ग्वालियर
jpoet, Writer and editor-Deepak 'Bharatdeep',Gwalior
http://zeedipak.blogspot.com
 
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