Thursday, August 06, 2015

पाकिस्तान का अस्तित्व भारत हित में मानना ठीक नहीं-हिन्दी चिंत्तन लेख(pakistan ka astitva bharat hit mein manna theek nahin-hindi thought article)


                     पाकिस्तान भारत के लिये अपने अस्तित्व बने रहने तक ही समस्या बना रहेगा।  अब भारत को पाकिस्तान नाम की इस बीमारी का उपचार करना ही होगा वरना वह चीन से मिलकर भारत के टुकड़े कर देगा।  पाकिस्तान धार्मिक  आधार पर भारत का विरोध करता है।  वहां के रणनीतिकारों का यह मानसिकता है कि भारत जिसे अच्छा कहेगा उसे वह बुरा और जिसे बुरा कहेगा उसे वह अच्छा कहेगा।  इसका प्रमाण यह है कि  भारत से भागे अपराधी उसके लिये फरिश्ते की तरह हैं और जो भारत की सेवा करने वाले शैतान हैं।
पाकिस्तान का आतंकवादी जम्मू कश्मीर के उधमपुर में जिंदा पकड़ा गया है। अभी हाल ही में कनाडा के पाकिस्तानी  मूल के एक लेखक ने यह  एतिहासिक तथ्य  उजागर किया था कि ब्लूचिस्तान भारत पाकिस्तान से पहले आजाद हो गया था। कश्मीर पर पूरी तरह से कब्जा करने में नाकाम पाकिस्तान ने बाद में ब्लूचिस्तान पर कब्जा किया। लेखक के अनुसार ब्लूचिस्तान अब भी आजादी की जंग लड़ रहा है।  पाकिस्तान ने उसी तरह सिंध पर कब्जा कर रखा है। हमारा मानना है कि भारत अब खुलमखुल्ला सिंध और ब्लूचिस्तान के साथ ही पख्तुनिस्तान का समर्थन कर वहां के लोगों की सहायता करे। भारत किसी इलाके को अपने साथ भले न मिलाये पर पाकिस्तान के चार टुकड़े अवश्य करे। इसके अलावा भारतीय उपमहाद्वीप में शांति का कोई उपाय नज़र नहीं आता।
                              याद रखें पाकिस्तान भारत से धार्मिक आधार पर विरोध कर अपने यहां के जातीय तथा क्षेत्रीय समूहों के आपसी संघर्ष को ढंकने का प्रयस करता है। इतना ही नहीं पाकिस्तान के रणनीतिकारों का एक वर्ग भारत से सांस्कृतिक भिन्नता दिखाने के लिये धार्मिक स्तर पर आतंकवाद का समर्थन करता है। इसलिये पाकिस्तान पर कभी यकीन नहीं करना चाहिये। भारत के रणनीतिकारों को इस तरह के विचार से अब मुक्त होना चाहिये कि पाकिस्तान का अस्तित्व भारत के हित में है।
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लेखक और कवि-दीपक राज कुकरेजा "भारतदीप"
ग्वालियर, मध्यप्रदेश 
Writer and poet-Deepak Raj Kukreja "Bharatdeep"
Gwalior, Madhya pradesh
कवि, लेखक एवं संपादक-दीपक ‘भारतदीप’ग्वालियर
jpoet, Writer and editor-Deepak 'Bharatdeep',Gwalior
http://zeedipak.blogspot.com
 
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