पहाड़ पर बर्फ
गिरती देखने के लिये
दिल बेकरार है।
समंदर में लहरें
उठती देखने के लिये
दिल बेकरार है।
कहें दीपकबापू जिंदगी में
हर किस्म के बंदे
चाहे अनचाहे मिलते हैं
मतलब निकलने के लिये
हमेशा सभी का
दिल बेकरार है।
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